समझा करो तुम……………………………………
सिर्फ छोड़ के ही नहीं, साथ में अपने लेकर गए हैं वह जिन्हें, उन्हें इंतजार में तड़पते हुए निगाहें ही कहते हैं। समझा करो तुम………..
Read More →सिर्फ छोड़ के ही नहीं, साथ में अपने लेकर गए हैं वह जिन्हें, उन्हें इंतजार में तड़पते हुए निगाहें ही कहते हैं। समझा करो तुम………..
Read More →অবিশ্বাস কে নয়, বিশ্বাসকেই আঁকড়ে ধরোl সুফল পাবেই – বিশ্বাস করোl
Read More →राहत है , क्योंकि चाहत है! हां ,ये बात है कि कोई आहट नहीं है!!!
Read More →