हर एक घूंट जिंदगी का तब ही तो पी रहे हैं

तेरे प्यार की चाहत से जी रहे हैं
तेरे प्यार के आहट से जी रहे हैं
खुद से हो ना हो, तुझसे प्यार है। शायद इसीलिये जी रहे हैं।
वजह चाहे कोई भी हो, जी रहे हैं। तुझसे और तेरे प्यार से प्यार भी बेशक है। जहर के अमृत क्या मिला हुआ है, ये बिना समझे, हर एक घूंट जिंदगी का तब ही तो पी रहे हैं।